बेकार की चीज समझ घर से निकाल दिए गए बुजुर्गों को अब स्टेशन पर भीख मांगने की जरुरत नहीं। उनके लिए प्रतिदिन ताजा भोजन लेकर देवदूत सरीखे जिले के कुछ उत्साही युवक आते हैं।
↧